उपलब्धियाँ

1. उपलब्धियॉं:

  • कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 112.17 करोड़ रुपये का लाभांश दिया, जिसमें से वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भारत सरकार को 74.20 करोड़ रुपये, पीएटी का 30.01% का भुगतान किया गया, जो DIPAM दिशानिर्देशों के प्रावधानों के अनुरूप है।
  • कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अपने शेयरधारकों को 88.97 करोड़ (लगभग) रुपये के लाभांश की घोषणा की।
  • मध्य प्रदेश सरकार ने दिनांक 25.05.2022 के आदेश द्वारा खनिज (सरकारी कंपनी द्वारा खनन) नियम, 2015 के अनुसार मलांजखंड तांबा खनन पट्टे की वैधता 27.08.2043 तक बढ़ा दी है।
  • मलांजखंड तांबा परियोजना में भूमिगत खदान से अयस्क का उत्पादन शुरू कर दिया गया है।
  • एचसीएल ने दिनांक 11.07.22 से 17.07.22 तक आजादी का अमृत महोत्सव के प्रतिष्ठित सप्ताह के उपलक्ष्य में, तांबे के विभिन्न उपयोगकर्ता खंडों में कारीगरों के लिए सूक्ष्म उद्यमों, विशेष रूप से डोकरा शिल्प का उपयोग करने जो विभिन्न रूपों में जीवन की सुंदरता को दर्शाती है, को बढ़ावा देने हेतु खोई-मोम (lost-wax ) कास्टिंग तकनीक, जो धातु कास्टिंग के शुरुआती ज्ञात तरीकों में से एक है, को पुनर्जीवित करने के मिशन के रुप में दिनांक 15.07.2022 को झारखंड के कुइलिसुता गांव में एक मंच लॉन्च किया ।
  • एचसीएल की घाटशिला इकाई,इंडियन कॉपर कॉम्प्लेक्स (ICC) ने यूपी के अयोध्या में श्री राम मंदिर, परकोटा के निर्माण और श्री राम जन्मभूमि परिसर में बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए कॉपर स्ट्रिप्स की आपूर्ति की।
  • भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा मिशन भर्ती अभियान के शुभारंभ के बाद एचसीएल की खनन इकाइयों के लिए चयनित डॉक्टरों (4 ) को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इसके अलावा, कंपनी ने विभिन्न तकनीकी विषयों में 84 GET (ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी) की भर्ती की थी।
  • कंपनी को उसकी उधार सीमा के लिए ICRA A1+ (अल्पकालिक पैमाने पर सर्वोत्तम संभव रेटिंग) और ICRA AA+ (स्थिर) (दीर्घकालिक पैमाने पर दूसरी सबसे अच्छी रेटिंग) का दर्जा दिया गया है।
  • एचसीएल ने 10 साल (01.11.2017 से 31.10.2027 तक) की अवधि हेतु श्रमिकों के वेतन और भत्ते में संशोधन के लिए त्रिपक्षीय 8वें वेतन समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
  • एचसीएल ने प्रौद्योगिकियों के अनुप्रयोग के साथ खनन विधियों को संशोधित करके उत्पादन बढ़ाने, खदानों में उत्पादकता और सुरक्षा में सुधार, पर्यावरण मंजूरी आदि के लिए सहयोगात्मक और प्रायोजित अनुसंधान परियोजनाओं के लिए IIT (ISM), धनबाद के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
  • एमसीपी को वर्ष 2021-22 के लिए खनन उद्योग में सभी निर्धारित मानदंडों में उत्कृष्टता के लिए 5-स्टार रेटिंग पुरस्कार के लिए चुना गया था।
  • भारत के माननीय उपराष्ट्रपति, श्री जगदीप धनखड़, भारत की दूसरी महिला, डॉ. सुदेश धनखड़ और श्री विवेक भारद्वाज, भा.प्र.से. सचिव (खान), भारत सरकार ने 19.11.2022 को खेतड़ी कॉपर कॉम्प्लेक्स (KCC) का दौरा किया।
  • भारतीय धातु संस्थान (IIM) द्वारा केसीसी इकाई में 24 से 25 फरवरी 2023 को "अलौह खनिज उद्योगों में सतत विकास के लिए व्यापक अन्वेषण और नवाचारों के माध्यम से क्षमता विस्तार" विषय पर 43वां राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया गया।
  • टीसीपी इकाई ने 02 मार्च 2023 को 02 साल की अवधि हेतु दीर्घकालिक टोलिंग समझौते के लिए SCPPL (सावली कॉपर प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

2. पुरस्कार एवं सम्माान:

  • हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) ने कंपनी के उच्चतम नैतिक मानकों और निष्पक्ष व्यवसाय प्रथाओं की मान्यता में विनिर्माण उद्यमों की श्रेणी में प्रतिष्ठित 35वां CFBP जमनालाल बजाज उचित व्यवहार पुरस्कार - 2022-23 जीता है।
  • हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (HCL) ने इंडियन माइनिंग एंड मिनरल्स कॉन्क्लेव में स्मार्ट वेस्ट मैनेजमेंट इनिशिएटिव ऑफ द ईयर के लिए प्रतिष्ठित ASSOCHAM बिजनेस एक्सीलेंस अवार्ड जीता है।
  • दिनांक 25.08.2022 को आयोजित नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (उपक्रम), कोलकाता की बैठक में हिंदी के प्रगामी प्रयोग एवं कार्यान्वयन की दिशा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए एचसीएल को "राजभाषा कार्यान्वयन उत्कृष्टता पुरस्कार" का प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ।
  • धातु उद्योग में उत्कृष्ट राइजिंग प्रदर्शन के लिए एचसीएल को 24.06.22 को नई दिल्ली में फॉर्च्यून इंडिया के "द नेक्स्ट 500: ब्रेकिंग न्यूज फ्रंटियर्स इवेंट” में सेक्टोरल स्टार के रूप में सम्मानित किया गया।
  • DGMS नागपुर क्षेत्र के तत्वावधान में मलांजखंड में मेटालिफेरस माइंस सेफ्टी वीक 2022-23 के दौरान मलांजखंड ने निम्नलिखित पुरस्कार जीते थे:
    • प्राथमिक चिकित्सा टीम प्रतियोगिता और केबल बोल्ट ऑपरेटर ट्रेड टेस्ट में प्रथम पुरस्कार
    • इलेक्ट्रीशियन एवं डीजल मैकेनिक ट्रेड टेस्ट में द्वितीय पुरस्कार
    • LHD ऑपरेटर ट्रेड टेस्ट में तृतीय पुरस्कार
  • मलांजखंड तांबे की खदान को सबसे लंबी चोट मुक्त अवधि के लिए बड़ी ओपनकास्ट धातु खदान की श्रेणी में राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार का विजेता घोषित किया गया है।
  • खेतड़ी कॉपर कॉम्प्लेक्स की खेतड़ी कॉपर खदान को DGMS, अजमेर क्षेत्र के 36वें खान सुरक्षा सप्ताह और IBM, अजमेर क्षेत्र के 33वें MEMC में निम्‍नलिखित विभिन्न पुरस्कार प्राप्त हुए थे: -
    • भंडारण परिवहन एवं विस्फोटक का उपयोग, विद्युत उपकरण एवं स्‍थापन तथा खनिज संरक्षण में प्रथम पुरस्कार
    • प्लांट, मशीनरी रखरखाव और वाइन्डर के संचालन और पर्यावरण निगरानी में दूसरा पुरस्कार
    • व्यावसायिक स्वास्थ्य, सुरक्षा, कल्याण सुविधाएं, व्यावसायिक प्रशिक्षण और प्राथमिक चिकित्सा उपचार, समग्र प्रदर्शन और प्रचार और प्रसार में तीसरा पुरस्कार।
  • खेतड़ी कॉपर कॉम्प्लेक्स की कोलिहान कॉपर खदान को DGMS, अजमेर क्षेत्र के 36वें खान सुरक्षा सप्ताह और IBM, अजमेर क्षेत्र के 33वें MEMC में विभिन्न पुरस्कार प्राप्त हुए।
    • व्‍यावसायिक स्‍वास्‍थ्‍य व सुरक्षा एवं कल्‍याणकारी सुविधाओं और व्‍यावसायिक प्रशिक्षण एवं प्राथमिक चिकित्‍सा में प्रथम पुरस्‍कार,
    • व्‍यावसायिक प्रशिक्षण एवं प्राथमिक चिकित्सा, खान कार्य एवं योजना और प्रचार एवं प्रसार में समग्र रुप से द्वितीय पुरस्कार,
    • विद्युत उपकरण एवं रखरखाव, संयंत्र, मशीनरी और रखरखाव, प्रचार और प्रसार, आजादी का अमृत महोत्सव और वनीकरण में तीसरा पुरस्कार।
  • इंडियन कॉपर कॉम्प्लेक्स की सूरदा माइंस को निम्नलिखित विभिन्न पुरस्कार प्राप्त हुए हैं:
  • 60वें वार्षिक मेटालिफेरस माइंस सेफ्टी वीक 2022 में पुरस्कार प्राप्त हुए।
    • व्‍यावसायिक प्रशिक्षण केन्‍द्र का विजेता : प्रशिक्षण सुविधाऍं
    • ड्रिलिंग, ब्लास्टिंग, विस्फोटकों की सुरक्षित हैंडलिंग और PPE’s, SMP, SOP एवं सुरक्षा प्रथाओं के कार्यान्‍वयन में रनर
  • 28वें खान पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह (2020-21) में प्राप्त पुरस्कार
    • समग्र प्रदर्शन : विजेता
    • सतत विकास, वनीकरण, पर्यावरण निगरानी और अपशिष्ट डंप प्रबंधन: सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
  • 29वें खान पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह (2021-22) में प्राप्त पुरस्कार
    • समग्र प्रदर्शन, प्रचार एवं प्रसार, व्यवस्थित एवं वैज्ञानिक विकास, वनीकरण एवं पर्यावरण निगरानी में विजेता
    • इंडियन कॉपर कॉम्प्लेक्स की केंदाडीह खदानों को निम्नलिखित विभिन्न पुरस्कार प्राप्त हुए थे:
  • 60वें वार्षिक मेटालिफेरस माइंस सेफ्टी वीक 2022 में पुरस्कार प्राप्त हुए।
    • मकिंग, लोडिंग, ट्रांसपोर्ट, क्रशिंग, वाइंडिंग, अंडरग्राउंड मशीनरी, गैराज, प्लांट और उपकरण रखरखाव में विजेता
    • ठेकेदार के समग्र प्रदर्शन में रनर
  • 28वें खान पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह (2020-21) में प्राप्त पुरस्कार
    • समग्र प्रदर्शन: रनर
    • पुनरुद्धार एवं पुनर्वास, व्यवस्थित एवं वैज्ञानिक विकास में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
  • 29वें खान पर्यावरण एवं खनिज संरक्षण सप्ताह (2021-22) में प्राप्त पुरस्कार
    • पुनरुद्धार एवं पुनर्वास, सतत विकास एवं अपशिष्ट डंप प्रबंधन में विजेता

3. ऊर्जा संरक्षण:

  • एमसीपी यूनिट में 386.5 किलोवाट रूफ टॉप सोलर प्लांट स्थापित किया गया है, जिसने लगभग वर्ष 2022-23 में 3.78 लाख की बिजली उत्पादन किया है और लगभग रु. 20.4 लाख की बचत हुई।
  • केसीसी इकाई में 200 किलोवाट रूफ टॉप सोलर प्लांट और 800 किलोवाट ग्राउंड आधारित सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया है और कमीशनिंग के लिए तैयार है (नियामक अनुमोदन प्रतीक्षित है)।
  • सूरदा, आईसीसी इकाई में 20 किलोवाट का रूफ टॉप सोलर प्लांट स्थापित किया गया है, जिससे लगभग वर्ष 2022-23 में 34 लाख बिजली की बचत हुई है।
  • एचसीएल की विभिन्न इकाइयों में कुल 856.50 किलोवाट क्षमता का सौर संयंत्र क्रियान्वित किया गया है। स्थापित सौर ऊर्जा संयंत्रों द्वारा लगभग 6.99 लाख यूनिट सौर बिजली उत्पन्न की गई है जिसके परिणामस्वरूप वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 39.17 लाख रुपये की बचत हुई है।
  • दक्षता में सुधार और ऊर्जा खपत में कमी के लिए सभी संयंत्र क्षेत्रों में निरंतर चलने वाले उपकरणों में पारंपरिक मोटरों को ऊर्जा कुशल मोटरों से बदल दिया गया है।
  • समग्र कमी लाने के उद्देश्‍य से खदानों, संयंत्रों और टाउनशिप में ऊर्जा खपत की लगातार निगरानी की जाती है। ऊर्जा और पर्यावरण बचाने के लिए सभी पांच इकाइयों में पारंपरिक लाइटों के स्थान पर एलईडी लाइटें लगाई गई हैं। कंपनी ने पारंपरिक लाइटों को एलईडी लाइटों से बदलकर वित्त वर्ष 2022-23 में लगभग 92.4 लाख रुपये की बचत की है।
  • एचसीएल की सभी इकाइयों में मोटर खरीद के लिए "IE3 ऊर्जा कुशल मोटर्स" को मानक विनिर्देश बनाया गया है।
  • एचसीएल की विभिन्न इकाइयों में स्थापित सौर ऊर्जा संयंत्रों द्वारा लगभग 6.99 लाख यूनिट सौर ऊर्जा उत्पन्न की गई है, जिसके परिणामस्वरूप वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 39.17 लाख रुपये की बचत हुई है।
  • एचसीएल ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान विभिन्न इकाइयों में अनुबंध की मांग में कमी, पावर फैक्टर में सुधार, ऊर्जा कुशल उपकरण शुरू करने आदि जैसी विभिन्न पहल कर बिजली शुल्क में लगभग 550.61 लाख. रुपये की बचत की है।

4. प्रौद्योगिकी समावेश :

  • उच्च श्रेणी के अयस्क को 1% से अधिक संसाधित करने के लिए एमसीपी में वर्टिकल फ्रॉथ पंप की क्षमता बढ़ाने के लिए परीक्षण विकास सफलतापूर्वक किया गया है।
  • एमसीपी इकाई के कंसंट्रेट संयंत्र में अप्रचलित ब्लोअर मॉडल FLANKT (सेंट्रीफ्यूगल फैन) को ट्विन लोब ब्लोअर (पॉजिटिव डिस्प्लेसमेंट ब्लोअर) में अपग्रेड किया गया है।
  • एमसीपी में बॉल मिल डिस्चार्ज पंप की क्षमता बढ़ाने के लिए परीक्षण विकास सफलतापूर्वक किया गया है जिससे बाद में बॉल मिल फ़ीड दर में वृद्धि हो।
  • वर्टिकल बोरिंग मशीन के नियंत्रण के लिए एमसीपी में एक उन्नत पीएलसी आधारित नियंत्रण प्रणाली को अपनाया गया।
  • एमसीपी इकाई में उपकरणों और संसाधनों की बेहतर विद्युत सुरक्षा के लिए परिष्कृत, सटीक और विश्वसनीय माइक्रोप्रोसेसर आधारित नवीनतम रिले के साथ पुराने इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सुरक्षा रिले का प्रतिस्थापन/रेट्रोफिटिंग किये गये।
  • एमसीपी इकाई में बिजली के खतरों के विरुद्ध आइसोलेशन और सुरक्षा के लिए एयर सर्किट ब्रेकर स्थापित किए जाते हैं और दूरदराज के क्षेत्रों की समग्र विश्वसनीयता, ट्रांसफार्मर, स्टार्टर और मोटरों की सुरक्षा भी बढ़ाये जाते हैं।
  • एमसीपी इकाई ने भूमिगत परियोजना के डिजाइन और योजना के लिए "सरपैक" सॉफ्टवेयर की खरीद की है और स्थापित किया है।
  • एमसीपी भूमिगत खदान में संचार और ऑटो-सिग्नलिंग हेतु एक उपयुक्त प्रणाली स्थापित करने के लिए अध्ययन किया गया है और उपयुक्त संचार प्रणाली की खरीद प्रक्रियाधीन है।
  • भूमिगत शून्य का बैकिंग फिलिंग ऑपरेशन यानी पेस्ट फिल तकनीक जो ताम्र अयस्क अवशेषों को सतह पर निपटान से बचाएगी और परियोजना द्वारा उत्पन्न ठोस अपशिष्ट के कारण प्रदूषण भार को भी कम करेगी। एमसीपी यूनिट में पेस्ट फिल प्लांट का निर्माण शुरू हो गया है।
  • केसीसी इकाई ने अपने तीन खनन लीजों के लिए उच्च रिज़ॉल्यूशन ऑर्थोमोज़ेक इमेजों के निर्माण के लिए ड्रोन सर्वेक्षण किया है जो पार्श्व दिशा के साथ-साथ इसके एलेवेशन में विवरण दिखाने में सक्षम है।
  • केसीसी इकाई में नए स्क्रीन पैनल (स्क्रीन 20 A और 30 A को 25 mmX25 mm से 20 mmX25 mm में बदल दिया गया है) स्थापित किए गए हैं, जिसके परिणामस्वरूप रॉड मिल फ़ीड में अयस्क की अधिकतम सुंदरता (-20 मिमी आकार) प्राप्त हुई है।
  • क्षमता वृद्धि के लिए केसीसी इकाई में बेडेड भवन में ट्रिपर व्यवस्था का नवीनीकरण किया गया है।
  • केसीसी इकाई में बेडिंग बिल्डिंग के फर्श का कंक्रीटिंग कार्य प्रगति पर है यानी वित्त वर्ष 2022-23 में 15 में से 8 खण्‍ड पूरे हो चुके हैं।